Monday, August 18, 2025

ख्वाहिश

 तुम जो सोचते हो ना की बदल गई हूं मैं 

तो 

यकीन मानो तुम मेरी पहली और आखिरी  मुहब्बत हो 

और जब से मिले हो तुम 

मेरी पहली और आखिरी ख्वाहिश बन गए हो ।


हालात जरूर बदल गए हैं पर यकीन रखो 

मेरे चाहने का अंदाज ना बदला है ना बदलेगा 

माना कि मैं गुस्से में कह जाती हूं 

बहुत कुछ पर 

यकीन रखो 

तुम मेरे रात का ख्वाब और सुबह की पहली ख्वाहिश हो।


तुम मुझसे दूर भी हो मेरे पास भी हो  

मेरी रूह भी हो मेरी जान भी हो 

मेरा दिल भी हो मेरा इश्क भी हो।


तुम जो सोचते हो ना की बदल गई हूं मैं

तो 

यकीन मानो तुम मेरी पहली और आखिरी  मुहब्बत हो 

और बन गए हो आख़िरी ख्वाहिश.....

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