है हमें भी इश्क़ उनसे
गर इज़हार कर पाएं तो क्या बात है
जब नज़रों के सामने होते है वह
गर नज़रे उठ जाएं तो क्या बात है।।
डॉ सोनिका शर्मा
श्री इसी उधेड़बुन में थी कि वह कैसे उत्कर्ष तक पहुंचे या उससे बात हो पाए या उससे मुलाकात| अचानक उसके दिमाग में एक विचार आता है आज के युग मे...
No comments:
Post a Comment