चलते चलते थक गई हूं
पर चलना नहीं छोड़ा
समझाते समझाते हार गई हूं
पर समझना नहीं छोड़ा
रिश्ते निभाते निभाते खो गई हूं
पर निभाना नहीं छोड़ा
धीरे धीरे दूरियां बढ़ गई है
पर रिश्ता नहीं छोड़ा
बातों में तल्ख़ियां बढ़ गई है
पर बातें करना नहीं छोड़ा
अनबन बढ़ गई है
माफ़ करना नहीं छोड़ा
खोते खोते खुद में खो गई हूं
पर खुद को ढूंढना नहीं छोड़ा
उम्मीद करते करते टूट गई हूं
पर उम्मीद रखना नहीं छोड़ा
रुलाने वालों ने बहुत रुलाया
पर हंसना नहीं छोड़ा
सब ने गलत समझा
पर खुद सही होना नहीं छोड़ा।।
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