आज यह पत्र हर उस लड़की तरफ से लिख रही हूं जो अपने पिता के मृत्यु के बाद किसी भी कारण से अपने पिता के अंतिम दर्शन नहीं कर पातीं। यह पत्र मैं इसलिए लिख रही हूं कि कुछ ऐसा ही मेरे साथ हुआ और उस तकलीफ को मैंने महसूस किया मेरे जैसे न जाने कितनी बेटियां होंगी जो अपने पिता के अंतिम दर्शन या यूं कहें कि अंतिम विदाई ना कर पाई होंगी।
मेरे प्यारे पापा,
आप अभी जहां हो वहां से मुझे देख रहे होगे मुझे मालूम है कि आपकी नज़रे मुझे तलाश रहीं होंगी और क्यों न तलाशे हूं भी तो मैं आपके जिगर का टुकड़ा। पापा मैं आपको आखिरी बार तो न देख पाई पर यकीन मानिए मेरी आत्मा वहीं थी सिर्फ शरीर मेरा यहां था। एक पिता हर एक बेटी के लिए उसका पहला प्यार होता है क्योंकि एक बेटी अपने पापा से भावात्मक रूप से जुड़ी होती है और वह अपने जीवनसाथी में भी अपने पिता की परछाई देखना चाहती हैं। पापा बचपन में आपने मुझे अपनी उंगली पकड़ कर चलना सिखाया था और आज तक आपने मुझे हर उस जगह जहां मुझे आपकी जरूरत पड़ी सहारा दिया। पापा मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं। यह भी जानती हूं कि आप मुझसे बहुत प्यार करते थे बस कभी कहा नहीं। मैं हमेशा से आपके दिल का टुकड़ा रहीं हूं।
मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं और करती रहूंगी आप हमेशा से मेरे लिए सबसे ऊपर रहे है पापा आज आखिरी बार मैं आपको गले से लगा नहीं पाई इसकी कसक ज़िन्दगी भर रहेगी। आज आपको मेरी नज़रे जी भर कर देख भी नहीं पाई यह भी जानती हूं कि अब आप मुझे कभी भी नहीं मिलोगे पर आप मेरे दिल में हमेशा ज़िंदा रहोगे।
आज के बाद पापा आप मेरे पास नहीं होगे पर मेरे दिल में हमेशा जिन्दा रहेंगे। पापा अब जब भी मुझे ज़रूरत होगी आप मेरा साथ देने के लिए नहीं होंगे और जब भी मैं डगमगाऊंगी आप संभालने के लिए भी नहीं होंगे। आज के बाद मेरे पास आपकी यादें आपकी दी हुए सीख आपकी बातें ही बाकी होंगी बस। आपने सब कुछ सिखाया पर अपने बिना रहना क्यों नही सिखाया? पापा आपके जाने के बाद बहुत कुछ है जो मुझे सीखने को मिला अभी तक तो आप हमेशा मेरी परछाई बन कर रहें। पर अब सब कुछ अचानक बदल गया मेरा, क्यों चले गए आप? काश ऐसा कुछ हो सकता कि हम आपको वापस ला सकते। दिल यह मानने को तैयार नहीं की आप हमारे बीच नहीं है। पापा सब कहते है मैं आपको याद करके दुःखी करती हूं पर आप को कैसे न याद करूं आप तो मेरी जान हैं। आप को कभी सपने में भी खोने का सोचा ही नहीं और अचानक इस तरह आपका जाना मुझे तोड़ गया। मानती हूं पापा आपके बिना दिन कट रहे है पर एक भी दिन और दिन का कोई पल नही होता जब मैं आपको याद नहीं करती। पापा मैं अब किससे लड़ाई करूंगी अब कौन कहेगा बेटा दिल क्यों छोटा करती हो अभी मैं जिंदा हूं मेरे रहते कुछ भी सोचा मत करो। पापा कोई नहीं अब जिसे मैं वह सब कहूं जो हमेशा आपको चिढ़ाने और परेशान करने के लिए कहती थीं। पापा कैसे सब छोड़ कर आसानी से चले गए आप अब आपको नही लगता आपके बिना मेरी चिंता मेरा ध्यान कौन रखेगा? पापा मेरे लिए यह मानना बहुत कठिन है की आगे आपके बिना जीना होगा नही मालूम कैसे.... पर पापा आपकी बहुत याद आती है।
अब तो ईश्वर से यही प्रार्थना है कि वह आपकी आत्मा को शांति दें साथ ही मुझे आपके बिना जीने की हिम्मत दें। पापा आप मेरे लिए हमेशा से स्पेशल थे और रहोगे आई लव यू पापा।
आपकी
बेटी