Thursday, December 10, 2020

मुक्तक

 

है हमें भी इश्क़ उनसे
गर इज़हार कर पाएं तो क्या बात है
जब नज़रों के सामने होते है वह
गर नज़रे उठ जाएं तो क्या बात है।।

डॉ सोनिका शर्मा


दूरियां

दूरियां
हां यह दूरियां
जो है तेरे और मेरे बीच
बढ़ती ही जा रही है
यह दूरियां।।

हां यह दूरियां
जो है तेरे और मेरे बीच
गलतफहमियों में बदल रही है
यह दूरियां।।

हां यह दूरियां
जो है तेरे और मेरे बीच
एक दूजे को जुदा कर रहीं है
यह दूरियां।। 

डॉ सोनिका शर्मा

तारों वाली कोठी (भाग 2)

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